दिल की बातें दिल जानता है आँखों की भाषा ये पहचानता है जो तोड जाता है इसको ये अक्सर उसी शख्स तो अपना मानता है ### बेताब निगाहों से कुछ इशारे कर दो उजडे हुए गुलशन में भी बहारें भर दो डूबती जा रही है जो गम के समन्दर में जरा हँसकर मेरी वो कश्ती … Continue reading शायरी की डायरी से
Category: दर्द भरी शायरी
हम तो तेरे दीवाने हैं
माना कि दुनियादारी से अन्जाने हैं बुरे सही पर हम तो तेरे दीवाने हैं मुबारक हो तुमको साथ अपनों का हमारा क्या है हम तो इक बेगाने हैं ### ना हमें महफिल ना तनहाई का डर है ना किसी दर्द ना तो रुशवाई का डर है जब से तुम आए हो मेरी जिन्दगी में ऐ … Continue reading हम तो तेरे दीवाने हैं
अच्छा सिला दिया
उसने मेरी वफाओं का अच्छा सिला दियाअपना बना के खाक में मुझको मिला दियाजिसको हँसाने के लिए दुनिया से लडा मैंउसने ही दुनिया के लिए मुझको रुला दियाजाने क्यों एक बार में सब खत्म कर गयान तो कोई शिकायत की न ही गिला कियालेते समय तो ले लिया सबसे छुपा के दिलअब तोडने लगा तो … Continue reading अच्छा सिला दिया
तेरे गम़ ने घेरा है
उजाले हर तरफ लेकिन मेरे घर में अंधेरा है है आँखों में मेरे आँसू लबों पर नाम तेरा है खुशी के पास जाएं भी तो भला जाएं हम कैसे मुझे तो हर तरफ से यार तेरे गम ने घेरा है खुदा से बढ के है मेरे लिए तो नाम ही तेरा शिवाय नाम के तेरे … Continue reading तेरे गम़ ने घेरा है
गम़-ए-मोहब्बत
मेरी आखिरी साँसों का सहारा था वो मैँ डूबती हुयी कश्ती था किनारा था वो कैसे नही करता भरोसा आखिर उसपे बेगाने शहर मे बस एक हमारा था वो ### उसे ना आना था फिर भी इन्तजार किया हमने भरोसा तोडने वाले पे ऐतबार किया हमने हमेँ मालूम था अन्जामे वफा यारों फिर भी उस … Continue reading गम़-ए-मोहब्बत
शाम-ए-शायरी
अच्छे लोग अच्छाई नहीँ छोडेँगे लडने वाले कभी लडाई नहीँ छोडेँगे ये दुनिया कितनी भी बदल जाये पर याद रखना बेबफा लोग कभी बेवफाई नही छोडेँगे ** जो नहीँ करना था वो भी वो हरजाई कर गया वो बेवफा था आखिर बेवफाई कर गया ** दिल तोडने वाले दिलदार न मिले जो ऐतबार करे तुझपे … Continue reading शाम-ए-शायरी
मेरा गम़
अपना ग़म जमाने को नहीं दिखाते हम ये राज़-ए-दिल है सबसे नहीं बताते हम मैं नहीं चाहता कोई दुखी हो मेरे दुख से इसलिए तो कभी आंसू नहीं बहाते हम अंधेरे में बसर ये जिन्दगी कर लेते है रोशनी के लिए कोई घर नहीं जलाते हम पत्थरों के शहर में रहते हैं हम इसलिए शोक … Continue reading मेरा गम़
दर्द उधार लिया है
दिल देकर हमने दर्द उधार लिया है खुदा समझकर इक पत्थर से प्यार किया है जिसकी खातिर हमने गँवा दी नीदें अपनी रातों की वो हरजाई कीमत क्या समझे मेरे जजबातों की उसने तो हरदम गैरों पे ही ऐतबार किया है वो तो अपनी दुनिया में ही मस्त है खुश है अपनो में उसको क्या दिलचस्पी … Continue reading दर्द उधार लिया है
दर्द-ए-दिल
दिल कहता है कि और उसे याद न कर उससे मिलने के लिए फरियाद न कर वो किसी और का हो चुका है कल से उसके लिए तू अपने आपको बरबाद न कर ## बनके चिंगारी सुबह शाम जलाता रहा हमें करकर के झूठे वादे … Continue reading दर्द-ए-दिल