हमने जब भी उन्हें भूलना चाहा वो सामने याद बनकर खडे हो गए कल तो देखा उन्हें जब हरे सूट में जख्म दिल के सभी फिर हरे हो गए उसका चेहरा भी न याद आए मुझे इसकी खातिर किए दिल ने लाखों जतन पर निगाहों ने जब देखी उसकी हँसी फेल दिल के हर इक … Continue reading हमने जब भी उन्हें भूलना चाहा
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मेरे क्या हो तुम
पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम जान हो मेरी दिलरुबा हो तुम चाहूँ देखना जिसको मैं सदा यार मेरा वो आईना हो तुम पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम पूजता हूँ मैं तुम्हारे इश्क़ को मेरी जिन्दगी का खुदा हो तुम पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम जख्म जो मिले जालिम जमाने … Continue reading मेरे क्या हो तुम
दर्द-ए-दिल
दिल कहता है कि और उसे याद न कर उससे मिलने के लिए फरियाद न कर वो किसी और का हो चुका है कल से उसके लिए तू अपने आपको बरबाद न कर ## बनके चिंगारी सुबह शाम जलाता रहा हमें करकर के झूठे वादे … Continue reading दर्द-ए-दिल