जैसे ही फोन बजा साहिबा ने तुरंत फोन उठा लिया मानो वह फोन पर ही नजरें गडाए बैठी थी कि कब रोहन का फोन आए। फोन उठाते ही खुशी के मारे बौखलायी साहिबा ने जैसे ही बोला हैलो... उधर से आवाज आयी , साहिबा मैं तुमसे शादी नहीं कर सकता। साहिबा को तो जैसे करेंट … Continue reading सच्ची मोहब्बत : सूरत या सीरत
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ये इश्क मोहब्बत प्यार
इक बात बताऊँ जो अक्सर सच पाया है ये इश्क मोहब्बत प्यार सब मोह है माया है इक लैला मजनू थे जो हद से गुजरे थे राधा कान्हा भी प्रेम के सागर में उतरे थे इक बात बताओ क्या कोई पार भी पाया है ये इश्क मोहब्बत प्यार सब मोह है माया है इक बार … Continue reading ये इश्क मोहब्बत प्यार
हमने तो बस इतना पूछा था..
बहुत छोटी सी बात थी उन्होंने बवाल बडा कर दिया हमने तो बस इतना पूछा था कि कहाँ व्यस्त थे उन्होंने तो हमारी वफा पर सवाल खडा कर दिया क्या अब उनका दिल हमारे लिए धडक नहीं रहा या हमको उनसे कुछ पूछने का हक नहीं रहा झूठी निकलती जा रही हैं वफाओं की बातें … Continue reading हमने तो बस इतना पूछा था..
तुम रूठा न करो
यूं रूठा न करो हमसे हम रह नहीं पाते तुम्हारी यह बेरुखी तुम्हारी नाराजगी हम सह नहीं पाते हमारी धडकन चलती है तुम्हारी मुस्कुराहट से अरे हम जिन्दा हैं तो बस , तुम्हारी ही चाहत से अटक सी जाती हैं साँसें बातें लब तक न आती हैं तुम नहीं बोलते जब तो हमारी जान जाती … Continue reading तुम रूठा न करो
जाने क्या हुआ है मुझे आजकल
जाने क्या हो गया है मुझे आजकल चैन मिलता नहीं है कहीं एकपल जिस घडी से वो टकरा गई है मुझे उसकी चंचल हँसी भा गई है मुझे जब से देखा उसे कुछ भी देखा नहीं हुस्न तो देखे पर उसके जैसा नहीं अब तलक उसकी आवाज कानों में है आहटें उसकी दिल के मकानों … Continue reading जाने क्या हुआ है मुझे आजकल
लौट के आ जाओ
रात बिताने को तो हजारों पाओगे पर जिन्दगी भर जो साथ निभाए, कहाँ से लाओगे आज जवानी है होठों पे कहानी है जब ये जवानी ढलेगी तो दिल की किसे सुनाओगे कभी तो आओगे किनारे पर तुम भी आखिर सागर में कश्ती ऐसे कब तक भरमाओगे दौलत की खातिर ठुकराना मोहब्बत को इस आदत की … Continue reading लौट के आ जाओ
ये मोहब्बत भी अजीब है
ये मोहब्बत भी अजीब है जो दुनिया भुला देती है ये वो इकलौती हँसी है जो अक्सर रुला देती है कभी तो कर देती है रोशन ये झोपडी गरीब की कभी बडे बडे महलों में भी आग लगा देती है मजा भी देती है लेकिन जब दोनों तरफ से हो एकतरफा हुई तो रोज कोई … Continue reading ये मोहब्बत भी अजीब है
तुम्हें चाहते हैं
न पूछो हमसे कि क्या चाहते हैं तुम्हें चाहते हैं बस तुम्हें चाहते हैं तेरे ख्वाब में ही गुजरती हैं रातें तेरा नाम लेकर सुबह जागते हैं जब भी उठाते हैं हाथ हम खुदा से दुवाओं में तेरी वफा माँगते हैं नहीं चाहिए हमको दुनिया की दौलत हम बस तुम्हारी चाहत चाहते हैं न पूछो … Continue reading तुम्हें चाहते हैं
शायद हमको प्यार हुआ है
जब से तेरा दीदार हुआ है जीना बडा दुश्वार हुआ है शायद हमको प्यार हुआ है शायद हमको प्यार हुआ है जाग जाग कर हम सोते हैं हँसते हैं कभी हम रोते हैं ये क्या हमको यार हुआ है शायद हमको प्यार हुआ है शायद हमको प्यार हुआ है लाखों फूल खिले हैं मन में … Continue reading शायद हमको प्यार हुआ है
दिलों पर सितम फरमाए जाते हैं
जो धोखा देते हैं अक्सर गले लगाए जाते हैं मोहब्बत करने वालों पर सितम फरमाए जाते हैं महल में रहते हैं आजकल नफरत के सौदागर प्यार वाले तो बस दीवारों में ही चुनवाए जाते हैं जुबां पर प्यार रखते हैं साथ ही हाथों में खंजर इस जमाने में बहुत से ऐसे लोग भी पाए जाते … Continue reading दिलों पर सितम फरमाए जाते हैं