महामारी का ये दानव जो मर जाए तो अच्छा हो बुरा यह दौर दुनिया से गुजर जाए तो अच्छा हो नहीं अच्छा कि घर में बैठे भारत का जवां इसान कमाने के लिए ये फिर शहर जाए तो अच्छा हो प्रकृति द्वारा दिए उपहारों से खिलवाड़ न हो अब अरे अब भी अगर इंसाँ सुधर … Continue reading तो अच्छा हो
Category: दिल की बातें
मुस्कुराना जिन्दगी है
गम़ में नगमें गुनगुनाना जिन्दगी है हाँ ये सच है मुस्कुराना जिन्दगी है हम तो कहते हैं कि जो रूठे हुए हैं बस उन्हीं को ही मनाना जिन्दगी है जंग जब अपनों से ही होने लगे तो मेरी समझ से हार जाना जिन्दगी है करके अपने वाले हर इक काम पूरे औरों के भी काम … Continue reading मुस्कुराना जिन्दगी है
हमने तो बस इतना पूछा था..
बहुत छोटी सी बात थी उन्होंने बवाल बडा कर दिया हमने तो बस इतना पूछा था कि कहाँ व्यस्त थे उन्होंने तो हमारी वफा पर सवाल खडा कर दिया क्या अब उनका दिल हमारे लिए धडक नहीं रहा या हमको उनसे कुछ पूछने का हक नहीं रहा झूठी निकलती जा रही हैं वफाओं की बातें … Continue reading हमने तो बस इतना पूछा था..
परी हो तुम
कोई जादू हो या जादूगरी हो तुम अप्सरा हो हूर हो या परी हो तुम तुमसे मिला हूँ पहली बार बेशक मानता हूँ मैं लगता है तुम्हें बरसों से जैसे जानता हूँ मैं ये बात और है मेरे हाथों में इश्क की रेखा नहीं पर सच बताऊँ तुम्हें देखकर मैने कुछ देखा नहीं तुम्हारी हँसी … Continue reading परी हो तुम
दोस्ती यारी रिश्तेदारी बाद में निभाएंगे
दोस्ती यारी रिश्तेदारी और प्यार बाद में निभाएंगे अब तो सबसे पहले मिलकर हम कोरोना भगाएंगे हर आधे आधे घण्टे में हाथों में लगाकर साबुन खुद बीस सेकेंड धोएंगे दूसरों को भी धुलवाएंगे घर में रहेंगे चौबीस घण्टे काम में हाथ बटाएंगे बहुत जरुरी हुआ अगर तब ही बाजार को जाएंगे बाहर से आई हर … Continue reading दोस्ती यारी रिश्तेदारी बाद में निभाएंगे
किस्मत का अजीब खेल
किस्मत ने भी अजीब खेल खेला है मेरे साथ जिसने हमको चाहा वो हमें गवारा न हुआ और जिसको हमने चाहा वो कभी हमारा न हुआ जो हम पर मर मिटा उसे हम जान न सके हम जिसपे मरे वो हमको अपना मान न सके ये सिलसिला ताउम्र कुछ ऐसे ही चलता रहा हम किसी … Continue reading किस्मत का अजीब खेल
अब वो तेरा नहीं रहा
उसके दिल में अब तेरा बसेरा नहीं रहा ऐ मेरे दिल जो कभी तेरा था अब वो तेरा नहीं रहा तो चल .. कहीं दूर तनहाई में थोडे अश्क बहाते हैं उसकी बेवफाई में लोग तो मोहब्बत में जाने क्या क्या करते हैं चल हम भी उसके नाम थोडी वफा करते हैं याद में उसकी … Continue reading अब वो तेरा नहीं रहा
आ तुझे माँ से मिला दूँ मैं
तू कहता है दुनिया में मोहब्बत नहीं है तू कहता है दुनिया में मोहब्बत नहीं है तो चल तुझे मोहब्बत की जन्नत दिखा दूँ मैं आ मेरे साथ अरे नादान तुझे माँ से मिला दूँ मैं इक दफा जाता है तो लौट के आता नहीं सावन हुस्न के धोखा देने से खतम हो जाता है … Continue reading आ तुझे माँ से मिला दूँ मैं
डायरी से शायरी
गुस्ताखी माफ हमें प्यार का ईनाम चाहिए तुम्हारे शबनमी होठों का इक जाम चाहिए अब थक चुका हूँ तेरे जमाने के सितम से बाहों में तेरी आकर के कुछ आराम चाहिए आँखों में बसा लूँ तेरे हर एक सपन को बाहों में छुपा लूँ तेरे मखमल से बदन को भर लूंगा लाखों बूंदें आँखों में … Continue reading डायरी से शायरी
दिल तोडने वाले शुक्रिया तेरा
अरे मुँह मोडने वाले बहुत ही शुक्रिया तेरा मेरा दिल तोडने वाले बहुत ही शुक्रिया तेरा मुझे झूठी मतलबी बेवफा बेदर्द दुनिया में तडपता छोडने वाले बहुत ही शुक्रिया तेरा अजी गैरों की खुशियों के लिए अपनों का रिश्ता गमों से जोडने वाले बहुत ही शुक्रिया तेरा गरीबी की वजह से छोड के मुझको अरे … Continue reading दिल तोडने वाले शुक्रिया तेरा