गम़ में नगमें गुनगुनाना जिन्दगी है
हाँ ये सच है मुस्कुराना जिन्दगी है
हम तो कहते हैं कि जो रूठे हुए हैं
बस उन्हीं को ही मनाना जिन्दगी है
जंग जब अपनों से ही होने लगे तो
मेरी समझ से हार जाना जिन्दगी है
करके अपने वाले हर इक काम पूरे
औरों के भी काम आना जिन्दगी है
नफरतों वाली अंधेरी दुनिया में अब
प्यार के दीपक जलाना जिन्दगी है
‘राज’ कुछ शब्दों में इसको बांधो मत
शब्दों का तो पूरा खजाना जिन्दगी है
गम़ में नगमें गुनगुनाना जिन्दगी है
हाँ ये सच है मुस्कुराना जिन्दगी है