ई जिनगी खूबसूरत से भी ज्यादा खूबसूरत बा कि जब से तू मिलल बाडू न कउनों भी जरूरत बा रहल जे भी बुरा सब वक्त खुद ही हो गइल अच्छा अब ता हर घडी हर पल ही जइसे शुभ मुहूरत बा भरल बाडे भले महफिल ई खासमखास लोगवा से नजरिया फिर भी जाने काहे बस … Continue reading जब से तू मिलल बाडू
Category: गज़ल
आप तो हमारी जान हैं
आप बाहों में नहीं ख्वाबों में तो हैं इसी बात पर हमें गुमान है हम आपके कुछ हों न हो पर आप तो हमारी जान हैं यूँ हैरानी से मत देखिए मेरी ओर अरे मेरे महबूब हम तो खुद आपकी खूबसूरती देखकर हैरान हैं आंखों में मेरी देखकर पढ लो न ख्वाहिश मेरी अजी पढ … Continue reading आप तो हमारी जान हैं
मतलबी लोग
ना तो करो फिर असली नकली साफ नजर आएंगे लोग आज जो अपने हैं कल वो ही खिलाफ नजर आएंगे लोग भीड है क्यों मतलबियों की अभी पास तुम्हारे सवाल नहीं प्रश्न ये है कि क्या मतलब के बाद नजर आएंगे लोग करके अलग देखो तुम खुद को अपनी दौलत से इक बार तनहा रहोगे … Continue reading मतलबी लोग
इक बात बतानी है
इक बात बतानी है तुम्हें अपने बारे में बोलो मुँह से बोलूँ या कह दूँ इशारे में गर समझ सको तुम तो समझो दिल की बातें कुछ दिन से अब तनहा मेरी कटती नहीं रातें बोलो कुछ तो बोलो क्यों हो यूँ गुमसुम से दिल के बदले में दिल मैं चाहता हूँ तुमसे कई रोज … Continue reading इक बात बतानी है
ये इश्क मोहब्बत प्यार
इक बात बताऊँ जो अक्सर सच पाया है ये इश्क मोहब्बत प्यार सब मोह है माया है इक लैला मजनू थे जो हद से गुजरे थे राधा कान्हा भी प्रेम के सागर में उतरे थे इक बात बताओ क्या कोई पार भी पाया है ये इश्क मोहब्बत प्यार सब मोह है माया है इक बार … Continue reading ये इश्क मोहब्बत प्यार
भला क्या गम है तुमको
है अन्दर कुछ तुम्हारे और, बाहर कुछ दिखाते हो भला क्या गम है तुमको तुम जो इतना मुस्कुराते हो वो क्या है जिसने अन्दर से रखा है तोड के तुमको क्या कोई था तुम्हारा भी गया जो छोड के तुमको बताओ ना क्यों छुप छुप कर के तुम आंसू बहाते हो भला क्या गम है … Continue reading भला क्या गम है तुमको
तेरे बिन सफर, सफर नहीं
यूँ तो तेरे बगैर भी चल सकता हूँ.... मगर नहीं तेरे बिन कठिन हैं रास्ते तेरे बिन सफर सफर नहीं माना कि वक्त कम ही तुझे देता हूँ मैं आजकल पर तूने कैसे ये कह दिया मुझको तेरी कदर नहीं बनकर के लफ्ज़ रहती हो मेरी हर शायरी में तुम कोई दास्तां नहीं मेरी जिसमें तुम्हारा जिकर … Continue reading तेरे बिन सफर, सफर नहीं
जब तुम मन्द मन्द मुस्काती हो
सूखे सूखे अधरों पर अमृत की बूँदें गिराती हो जब तुम मन्द मन्द मुस्काती हो.. चलते चलते यूं ही जब जब मेरे कदम रुक जाते हैं जब जब जीवन के अंधियारे आकर मुझे सताते हैं आशाओं के न जाने कितने ही दीप जलाती हो जब तुम मन्द मन्द मुस्काती हो.. दिल को दुखाने वाले हादसे … Continue reading जब तुम मन्द मन्द मुस्काती हो
मैं ही सलाम करता चलूँ
इधर आया था तो सोचा एहतराम करता चलूँ आप तो करोगे नहीं मैं ही सलाम करता चलूँ दोस्तों से मिलना और उनका हाल पूछ लेना अगर ये काम है तो चलो ये काम करता चलूँ बडे दिनों से मुझे करनी थी आपसे कुछ बातें वक्त हो गर तो कहो वो बातें तमाम करता चलूँ बडी … Continue reading मैं ही सलाम करता चलूँ
बस बन के वो नादान बैठे हैं
भरी महफिल में भी लेकर वो तीर कमान बैठे हैं अजी नादाँ नहीं बस बन के वो नादान बैठे हैं हमीं ने न दिया मौका उन्हें कोई जान लेने का वरना कब से हमीं पर वो निशाना तान बैठे हैं उधर वो बैठे हैं पूरी होती कुछ ख्वाहिशों के संग इधर हम लेके सुलगते हुए अरमान … Continue reading बस बन के वो नादान बैठे हैं