जब से तू मिलल बाडू

ई जिनगी खूबसूरत से भी ज्यादा खूबसूरत बा कि जब से तू मिलल बाडू न कउनों भी जरूरत बा रहल जे भी बुरा सब वक्त खुद ही हो गइल अच्छा अब ता हर घडी हर पल ही जइसे शुभ मुहूरत बा भरल बाडे भले महफिल ई खासमखास लोगवा से नजरिया फिर भी जाने काहे बस … Continue reading जब से तू मिलल बाडू