दिल की बातें दिल जानता है आँखों की भाषा ये पहचानता है जो तोड जाता है इसको ये अक्सर उसी शख्स तो अपना मानता है ### बेताब निगाहों से कुछ इशारे कर दो उजडे हुए गुलशन में भी बहारें भर दो डूबती जा रही है जो गम के समन्दर में जरा हँसकर मेरी वो कश्ती … Continue reading शायरी की डायरी से
Category: शायरी
हम तो तेरे दीवाने हैं
माना कि दुनियादारी से अन्जाने हैं बुरे सही पर हम तो तेरे दीवाने हैं मुबारक हो तुमको साथ अपनों का हमारा क्या है हम तो इक बेगाने हैं ### ना हमें महफिल ना तनहाई का डर है ना किसी दर्द ना तो रुशवाई का डर है जब से तुम आए हो मेरी जिन्दगी में ऐ … Continue reading हम तो तेरे दीवाने हैं
वो तो जान है मेरी
दिल की हर दीवार पर इक पैगाम लिखा है तेरे बिन मेरा सारा हाल तमाम लिखा है इक तेरे ही भरोसे है मेरी तो अब जिन्दगी क्योंकि अपनी साँसों पर तेरा नाम लिखा है ### जवाब में कटती है सवाल में कटती है मत पूछ जिन्दगी किस हाल में कटती है दिन गुजर जाता है … Continue reading वो तो जान है मेरी
वो जिन्दगी महका गई
यूँ लगा जैसे ये नजरें अपनी मंजिल पा गयीजब ये नजरें जाके उनके चेहरे से टकरा गयीनाजुकी गालों की उसके देखकर गुल झुक गयेउसकी बोली सुन के कोयल बाग की शरमा गयीमुझसे तो वो कुछ न बोली फिर भी आँखों से मुझेअनकही बातों से कोई राज वो समझा गयीइक हमीं पर न हुआ है उसके … Continue reading वो जिन्दगी महका गई
अच्छा सिला दिया
उसने मेरी वफाओं का अच्छा सिला दियाअपना बना के खाक में मुझको मिला दियाजिसको हँसाने के लिए दुनिया से लडा मैंउसने ही दुनिया के लिए मुझको रुला दियाजाने क्यों एक बार में सब खत्म कर गयान तो कोई शिकायत की न ही गिला कियालेते समय तो ले लिया सबसे छुपा के दिलअब तोडने लगा तो … Continue reading अच्छा सिला दिया
मल्लिका-ए-बहारा
मल्लिका-ए-बहारा कोई तुझ सा नही है चाँद या सितारा कोई तुझ सा नही है मेरी तो नजर में, गली में शहर में देखा जग सारा कोई तुझ सा नही है तेरी निगाह जिस पर पड जाए तीर हजार दिल में गड जाए मरना चाहें सब जिसके हाथों कातिल प्यारा कोई तुझसा नही है चाँद की … Continue reading मल्लिका-ए-बहारा
क्यों तडपाते हो
क्यों तडपाते हो तुम आकर मेरे ख्वाबों मे आखिर क्यों चले जाते हो तुम आकर मेरे ख्वाबों मे दिल से दिल के रिश्ते नाते प्यार मोहब्बत वाली बातें क्यों समझाते हो तुम आकर मेरे ख्वाबों मे मिलने मिलाने वाली रस्में प्यार मे जो खाई थी कसमें याद दिलाते हो तुम आकर मेरे ख्वाबों मे हो … Continue reading क्यों तडपाते हो
शायराना अन्दाज
लडखडाते कदमों का सहारा बन जाओ मैं नजर बनूँ और तुम नजारा बन जाओ घिर चुकी है जिन्दगी तूफानों में अब यार मैं डूबती कश्ती हूँ तुम किनारा बन जाओ ### चढा हुआ दरिया उतर जाएगा फूल खिला है तो निखर जाएगा अपने कंधे पे तू दुपट्टा चढा ले वरना देखकर तुझको तेरा दीवाना मर … Continue reading शायराना अन्दाज
तेरे गम़ ने घेरा है
उजाले हर तरफ लेकिन मेरे घर में अंधेरा है है आँखों में मेरे आँसू लबों पर नाम तेरा है खुशी के पास जाएं भी तो भला जाएं हम कैसे मुझे तो हर तरफ से यार तेरे गम ने घेरा है खुदा से बढ के है मेरे लिए तो नाम ही तेरा शिवाय नाम के तेरे … Continue reading तेरे गम़ ने घेरा है
तेरा इश्क़ सनम
तेरा इश्क सनम मुझको,दिन रात सताता है कितना भी तुझे भूलूँ तू याद आ जाता है सच बोलू सनम जब तू यूँ सजता सँवरता है इक तीर मेरे दिल से रह रह के गुजरता है हर दिन हँस कर दिल पे,तू बिजली गिराता है तेरा इश्क. . . . . . कोई बात करूँ तेरी … Continue reading तेरा इश्क़ सनम