क्यों तडपाते हो

क्यों तडपाते हो
तुम आकर मेरे ख्वाबों मे
आखिर क्यों चले जाते हो
तुम आकर मेरे ख्वाबों मे
दिल से दिल के रिश्ते नाते
प्यार मोहब्बत वाली बातें
क्यों समझाते हो
तुम आकर मेरे ख्वाबों मे
मिलने मिलाने वाली रस्में
प्यार मे जो खाई थी कसमें
याद दिलाते हो
तुम आकर मेरे ख्वाबों मे
हो कर के मजबूर कभी
मैं होता हूँ तुमसे दूर कहीं
आवाज लगाते हो
तुम आकर मेरे ख्वाबों मे
क्यों तडपाते हो
तुम आकर मेरे ख्वाबों मे
आखिर क्यों चले जाते हो
तुम आकर मेरे ख्वाबों मे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *