माना कि बहुत बडी है ये दुनिया लेकिन
मैं तेरे दिल में इक छोटा सा कोना चाहती हूँ
मुझे जरूरत क्या है आरामदेह बिस्तर की
मैं तो तेरी मखमली बाहों में सोना चाहती हूँ
मैं चाहती हूँ
तेरी आँखों में मेरा चेहरा हो
तेरे मेरे प्यार
का रंग इतना गहरा हो
कि जब तू बोले
तेरे लब पे मेरा ही नाम आए
तेरी मेरी जिन्दगी में
कभी भी न वो मुकाम आए
जब तू रूठे मुझसे
और मैं तुझसे दूर हो जाऊँ
तेरे बिन टूटकर
मैं चूर चूर हो जाऊँ
इसलिए अपने दिल में
थोडी सी जगह दे दो
ऐ मेरी जान
मुझे जीने की वजह दे दो
कोई खयाल ना आए
मेरे खयालों में अब
तेरे खयालों में इस तरह मैं खोना चाहती हूँ
मैं तो तेरी मखमली बाहों में सोना चाहती हूँ
माना कि बहुत बडी है ये दुनिया लेकिन
मैं तेरे दिल में इक छोटा सा कोना चाहती हूँ
मुझे जरूरत क्या है आरामदेह बिस्तर की
मैं तो तेरी मखमली बाहों में सोना चाहती हूँ