रोम रोम मेरा उसकी खुशबू से भर जाता है जब वो देखता है मुझे तो दिल धक से कर जाता है आखिर ऐसा क्या है उसकी निगाहों में कि जी करता है उसे कस के भर लूँ बाहों में यूँ तो आया था वो जिन्दगी में एक अजनबी की तरह पर कुछ मुलाकातों में ही … Continue reading दिल धक से कर जाता है
Author: Neetu Mishra
A simple girl.
तेरी बाहों में सोना चाहती हूँ
माना कि बहुत बडी है ये दुनिया लेकिन मैं तेरे दिल में इक छोटा सा कोना चाहती हूँ मुझे जरूरत क्या है आरामदेह बिस्तर की मैं तो तेरी मखमली बाहों में सोना चाहती हूँ मैं चाहती हूँ तेरी आँखों में मेरा चेहरा हो तेरे मेरे प्यार का रंग इतना गहरा हो कि जब तू बोले तेरे लब पे … Continue reading तेरी बाहों में सोना चाहती हूँ
आज भी प्यार करती हूँ
माना कि दुनिया के आगे इनकार करती हूँ पर उस पर आज भी मैं ऐतबार करती हूँ वो भूल गया है मुझे तो कोई बात नही उससे मैं कल भी करती थी आज भी प्यार करती हूँ ### मुझे याद है जब पहली मुलाकात हुई थी हिले न थे लब फिर भी हजारों बात हुई … Continue reading आज भी प्यार करती हूँ