पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम
जान हो मेरी दिलरुबा हो तुम
चाहूँ देखना जिसको मैं सदा
यार मेरा वो आईना हो तुम
पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम
पूजता हूँ मैं तुम्हारे इश्क़ को
मेरी जिन्दगी का खुदा हो तुम
पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम
जख्म जो मिले जालिम जमाने से
मेरे सारे जख्म की दवा हो तुम
पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम
बरसों बाद जो है मुझे मिला
मेरी मंजिलों का रास्ता हो तुम
पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम
जिससे बन गई जिन्दगी मेरी
जानेमन वही तो फैसला हो तुम
पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम
जान हो मेरी दिलरुबा हो तुम