ई जिनगी खूबसूरत से भी ज्यादा खूबसूरत बा कि जब से तू मिलल बाडू न कउनों भी जरूरत बा रहल जे भी बुरा सब वक्त खुद ही हो गइल अच्छा अब ता हर घडी हर पल ही जइसे शुभ मुहूरत बा भरल बाडे भले महफिल ई खासमखास लोगवा से नजरिया फिर भी जाने काहे बस … Continue reading जब से तू मिलल बाडू
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मतलबी लोग
ना तो करो फिर असली नकली साफ नजर आएंगे लोग आज जो अपने हैं कल वो ही खिलाफ नजर आएंगे लोग भीड है क्यों मतलबियों की अभी पास तुम्हारे सवाल नहीं प्रश्न ये है कि क्या मतलब के बाद नजर आएंगे लोग करके अलग देखो तुम खुद को अपनी दौलत से इक बार तनहा रहोगे … Continue reading मतलबी लोग
और इन्तजार हो न पाएगा
इक बार हो गया है हर बार हो न पाएगा यूँ रोज रोज हमसे इन्तजार हो न पाएगा एकमुश्त दे सको हमें प्यार गर तो बोलो किश्तों में यार हमसे ये प्यार हो न पाएगा माना कि जहां भर को है तेरी तलब लेकिन मुझ जैसा कोई तेरा तलबगार हो न पाएगा रुख से जरा … Continue reading और इन्तजार हो न पाएगा
मेरे क्या हो तुम
पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम जान हो मेरी दिलरुबा हो तुम चाहूँ देखना जिसको मैं सदा यार मेरा वो आईना हो तुम पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम पूजता हूँ मैं तुम्हारे इश्क़ को मेरी जिन्दगी का खुदा हो तुम पूछो तो जरा मेरे क्या हो तुम जख्म जो मिले जालिम जमाने … Continue reading मेरे क्या हो तुम