यूँ ही सबके आगे दिल के राज़ खोला न करो
तुम्हारी आँखें बोलती हैं लबों से बोला न करो
खामोश दबे रहने दो मेरे दिल के सब जजबात
अब छूकर प्यार की चिंगारी को शोला न करो
खुद ही खींचते हो मुझको अपनी तरफ हर बार
खुद ही कहते हो मेरे आगे पीछे यूँ डोला न करो
माना होती होगी दुनिया में कीमत हर चीज की
लेकिन दिल के जजबातों को पैसों से तोला न करो
अच्छा नहीं लगता है बादलों के पीछे चाँद कभी
इसीलिए कहते हैं दुपट्टा मुँह पर ओढा न करो
यूँ ही सबके आगे दिल के राज़ खोला न करो
तुम्हारी आँखें बोलती हैं लबों से बोला न करो
Dil se nikalti hai ek Awaj…..
Jo aapki lekhni ek Silsila bana deti hai…..
Heart touching