हूर हो तुम

तेरी आँखों में इक जादू है जाने जाँ मुझको दिखते हैं इनमें ही दोनों जहाँ तेरे जैसा सनम दूजा देखा नहीं देखा हमने बहुत ये जमीं आसमाँ                      *** मत पूछ तेरे बिन कैसा ये जमाना लगता है घर क्या मुझे तो सारा शहर वीराना लगता है … Continue reading हूर हो तुम