लिखना चाहूँ नाम तेरा

हाथ में लेकर कागज कलम मैं अश्क बहाऊँ लिखना चाहूँ नाम तेरा पर लिख ना पाऊँ  मेरी मजबूरी और हाल मेरे इस दिल का तूने ना समझा तो जग को क्या समझाऊँ तुमने कहा जाओ खुश रहना लेकिन मैं तो कैसे जिऊंगा तुझ बिन सोच के भी घबराऊँ हर कोई है खडा नमक हाथों में … Continue reading लिखना चाहूँ नाम तेरा