समझदार सास

“और बताओ बेटी तुम्हारे घर पर सब ठीक ठाक हैं कि नहीं , तुम्हारे सास ससुर तुम्हें कुछ कहते तो नहीं ?” सरला ने अपनी बेटी रूबी से पूछा। रूबी ने जवाब दिया , ” हाँ माँ सब कुछ ठीक है मेरे घर पर, मेरे सास ससुर तो मुझे बहुत मानते हैं माँ मेरे बिना वो लोग रह ही नहीं पाते , तभी तो जब से मैं आई हूँ चार बार फोन कर चुके हैं कि कब आ रही हो वापस ।” सरला खुश होते हुए बोली , ” ये तो बहुत अच्छी बात है बेटी सुनकर बहुत अच्छा लगा कि तुम अपने ससुराल में खुश हो। ” इतने में सरला की बहू चन्दा आती है और कहती है , ” अम्मा जी मेरे मायके से अभी फोन आया था ,वो मेरे बडे पापा के लडके का जन्मदिन है कल, तो बहुत रिक्वेस्ट कर रहे हैं कि बेटी चली आओ। अम्मा जी अगर आपकी इजाजत हो तो कल सुबह मैं चली जाऊँ, आप फिक्र मत कीजिए परसों सुबह मैं वापस आ जाऊंगी ।”

सरला मुस्कुराते हुए बोली, ” हाँ हाँ क्यों नहीं जाओ चली जाओ । अब ऐसे मौकों पर ही तो अपने अपनों को याद करते हैं जाओ सबसे मिलजुल आओ वैसे भी रूबी है मेरे पास कोई दिक्कत नहीं होगी मुझे और हाँ पैसे ले लेना मुझसे वहाँ जाओगी तो कुछ गिफ्ट और मिठाई वगैरह ले लेना।” चन्दा का चेहरा खुशी से चमक उठा उसने तुरंत सरला को गले से लगाकर कहा , “थैंक्यू सो मच अम्मा जी मुझे परमीशन देने के लिए।” इतना कहकर वह किचन में चली गई।

रूबी का चेहरा कुछ उतरा सा लग रहा था शायद सरला का चन्दा को मायके जाने की इजाजत देना उसे अच्छा नहीं लगा उसने कहा , ” मम्मी तुम पागल हो गई हो क्या ? बहू को इतना सर पर क्यों चढा रखा है अरे सास हो तुम थोडा सा तो स्ट्रिक्ट रहा करो वरना ये आजकल की बहुएं सर पर चढकर नाचने लगेंगी।” सरला ने तुरंत पूछ लिया कि तुम ही बताओ मुझे एक सास के तौर पर क्या करना चाहिए अपनी बहू के साथ ?  रूबी ने झट से जवाब दिया , ” अरे बहू को कंट्रोल में रखना सीखो मम्मी, उसके ऊपर ऐसे पैसे मत लुटाया करो। थोडा गुस्सा भी दिखाया करो , बिना वजह के डाट दिया करो और हर बात मत माना करो और भैया को भी बोल दो की भाभी को सर पे चढाकर न रखें।”

सरला बोली , ” अच्छा बेटी तो तुम भी तो किसी की बहू हो तो जो टिप्स तुमने मुझे दिए हैं बहू को काबू में रखने के वो टिप्स तुम्हारी सास को भी तो पता होने चाहिए। मैं अभी तुम्हारी सास को फोन लगाकर उन्हें भी ये टिप्स दे देती हूं।” अब तो रूबी का चेहरा तमतमा उठा वो गुस्साते हुए बोली, ” अरे मम्मी तुम पागल हो गई हो क्या, मैं तुम्हारी बेटी हूँ तुम मेरी सास को भडकाओगी मेरे ही खिलाफ ?”  सरला ने कहा , “बस यही बात तो तुम्हें समझने की जरूरत है बेटी जैसे तुम मेरी बेटी हो वैसे ही तुम्हारी भाभी भी किसी की बेटी है। जब तुम आकर मुझसे कहती हो कि मेरे सास ससुर बहुत अच्छे हैं तो मुझे कितना अच्छा लगता है वैसे ही मैं चाहती हूं कि मेरी बहू भी जब अपने मायके जाए और अपने सास ससुर के बारे में बताए तो उसके माँ बाप भी मेरी ही तरह खुश हों।”

रूबी अब चुब चुप हो गई शायद उसके पास कुछ कहने के लिए शब्द ही नहीं थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *