अरेंज मैरिज शादी

सुधीर ने सपना की हत्या करने के लिए विनोद का सहारा लिया, चूंकि विनोद को पैसों की सख्त आवश्यकता थी इसलिए वह मना नहीं कर सका और इस घिनौने प्लान का हिस्सा बन गया।फिर क्या था अब प्लान बनने लगा कि सपना को आगरा कैसे बुलाया जाए।सुधीर ने सपना को फोन लगाया और बोला, सपना मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं है तुम ऐसा करो जल्दी से आगरा आ जाओ।
दोस्तों अब आप सोच रहे होंगे कि कौन है यह सुधीर और सपना को क्यों जान से मारना चाहता है, आखिर सपना से उसकी क्या दुश्मनी है..

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दोस्तों, सपना उत्तर प्रदेश के एक जिले प्रतापगढ़ के माधव प्रसाद की इकलौती बेटी थी जो कि एक महाविद्यालय में प्रोफेसर थे। चूंकि माधव प्रसाद जी का कोई पुत्र नहीं था तो सपना को हमेशा बेटों जैसे ही पाला था लेकिन संस्कार भी बहुत अच्छे दिए थे। सुख सुविधाओं के बीच पली सपना के सपने भी बडे बडे थे वह एक आईएएस अधिकारी बनकर अपने पिता का नाम रोशन करना चाहती थी।
पिता माधव प्रसाद भी हर तरह से अपनी बेटी का सपोर्ट करते थे। माधव प्रसाद की नौकरी अब बस कुछ दिनों की ही शेष थी तो उनका मन हुआ कि क्यों न सपना की शादी कर दी जाए और उसके बाद वह अपनी आईएएस की तैयारी भी करती रहेगी। उन्होंने लडका तलाश करना शुरू कर दिया लेकिन उनके मन का लडका मिल नहीं रहा था। दरअसल माधव प्रसाद चाहते थे कि वे सपना की शादी किसी नौकरी वाले लडके से ही करें।
जो नौकरी वाले लडके मिलते भी थे या तो सपना मना कर देती या उनकी उम्र ज्यादा रहती। काफी खोजने के बाद एक लडका मिला जिसका नाम सुधीर था, जो उम्र में तो सपना से बडा था लेकिन अच्छे खासे परिवार का था इसलिए माधव प्रसाद को पसंद आ गया। सपना को दिखाया तो सपना ने रिजेक्ट कर दिया और कहा कि पहले तो ये उम्र में ज्यादा है और दूसरी बात मुझे पसंद भी नहीं है , और तीसरी बात मैं इसे जानती भी नहीं कि ये कैसा है ,कैसा नहीं है ?
सपना ने अपनी मां से कहा, मम्मी मैं अरेंज मैरिज नहीं करूंगी मैं लव मैरिज करूंगी ताकि मैं जान सकूं कि लडके में कोई खराबी तो नहीं है या नशेड़ी तो नहीं और जो मुझे पढने लिखने में कोई पाबंदी न लगाए , ऐसा लडका पसंद है। लेकिन उसकी माँ भी नहीं मानी और बोली, बेटा शादी होने के बाद सब सही हो जाएगा तुम उसे जान भी जाओगी समझ भी जाओगी और प्यार भी हो जाएगा, बाकी रही बात नशेड़ी की तो वो हम पता कर लेंगे न।

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सपना के लाख मना करने के बाद भी उसके घरवालों ने उसकी शादी सुधीर से कर दी जो उससे आठ साल बडा था। हालांकि सुधीर भी बहुत खुश नहीं था लेकिन सपना के घरवालों ने दहेज के रूप में इतना कुछ दे दिया कि उसके घरवाले मना नहीं कर सके।शादी तो हो गई लेकिन सुधीर और सपना दोनों ही ऐसा लग रहा था कि जबरदस्ती रिश्ते में बांध दिए गए थे। धीरे धीरे समय बीता और सपना को सुधीर अच्छा लगने लगा।
लेकिन सुधीर का कुछ पता नहीं चल रहा था कि उसके मन में क्या चल रहा है ।उसने सपना को हर तरह की आजादी तो दे दी और सपना भी उसका और उसके परिवार की सारी जिम्मेदारी अच्छे से निभा रही थी और अपनी तैयारी भी कर रही थी। अब सुधीर पता नहीं किस कशमकश में था , उसे तो खुश होना चाहिए था तो कि उम्र में काफी छोटी होने के बावजूद सपना ने उसे दिल से अपना लिया था।
अचानक एक दिन सुधीर के मन में कुछ सूझा और वह सपना से बोला, सपना तुम घर पर रहकर कितना तैयारी करोगी , घर पर बाकी कामों की वजह से तुम्हें डिस्टर्ब होता होगा न ,तो ऐसा करो तुम दिल्ली चली जाओ और वहीं रहकर तैयारी करो। पैसे मैं भेज दिया करूंगा और हर हफ्ते मिलने भी आ जाया करूंगा। अब सपना तो तैयारी करना ही चाहती थी तो उसने तुरंत हामी भर दी और तैयार हो गई दिल्ली जाने के लिए।
सुधीर के माता पिता ने भी इजाजत दे दी। अब तो सपना की खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था।वह सोचने लगी कि मैं नाहक मना कर रही थी सुधीर से शादी करने के लिए, इतना अच्छा पति तो किसी किसी को मिलता है ।सचमुच मैं बहुत किस्मत वाली हूँ। यही सोच सोचकर रातभर उसे नींद नहीं आई। फिर क्या था सुबह हुई और वह दिल्ली के लिए रवाना हो गई तथा सुधीर भी अपनी ड्यूटी के लिए आगरा चला गया।
सपना ने हास्टल में कमरा ले लिया और अपनी तैयारी करना शुरू कर दी। सुधीर भी हर हफ्ते सपना से मिलने के लिए पहुंच जाता।सपना को तो पहले से ही सुधीर से प्यार हो गया था और अब सुधीर भी सपना से इतना अच्छे से बातचीत करने लगा था कि लग रहा था अब उसे भी सपना से मोहब्बत हो गई थी। दोनों एक दूसरे का बहुत खयाल रखने लगे थे और मौका मिलते फोन पर बात करने लगते।
तभी सपना के हास्टल वाले इलाके से ही माधुरी नाम की एक छात्रा लापता हो जाती है । उसके घरवालों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दी उसकी गुमशुदगी की। पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू दी लेकिन कहीं कोई सुराग हाथ नहीं आया। दो चार दिन के बाद पुलिस के पास एक फोन आता है और पता चलता है कि किसी लडकी की लाश पास वाले जंगल में मिली है और वो भी नग्नता की अवस्था में । देखकर लग रहा था कि बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई है।
पुलिस जंगल में पहुंचकर देखती है तो पता चलता है कि यह तो माधुरी है। पोस्टमार्टम हुआ तो पुलिस का शक यकीन में बदल गया, दरअसल माधुरी का गैंगरेप हुआ था और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। अब पुलिस को एक चैलेंज मिल गया था जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की क्योंकि इतनी निर्मम हत्या के बाद लोगों में भी गुस्सा बढ रहा था। पुलिस ने खबरियों को काम पर लगा दिया।

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इधर सुधीर के आफिस में एक चपरासी विनोद कई दिनों से परेशान था क्योंकि उसे पैसों की सख्त आवश्यकता थी क्योंकि उसकी बहन की शादी में उसे दहेज देना था। वह आफिस के हर कर्मचारी से मदद मांग चुका था लेकिन किसी ने मदद नहीं की। वह सुधीर के पास पहुंचा तो सुधीर ने कहा ठीक है पैसे मिल जाएंगे लेकिन मेरा एक काम करना होगा तुम्हें। विनोद को पैसों की सख्त जरूरत थी तो उसने तुरंत हामी भर दी।

अगले ही दिन सुधीर ने एक बडे आदमी से बीस लाख रूपये रिश्वत के रूप में ऐंठा जिसे विनोद के खाते में डाल दिया और बोला कि इसमें से दो लाख तुम अपनी बहन की शादी की तैयारी में खर्च कर लो, बाकी के पैसे का क्या करना है मैं तुम्हें बाद में बताऊंगा। उसके बाद सुधीर ने बाकी बचे अठारह लाख का एक घर खरीदा और वो भी अपनी कलीग मीरा के नाम पर। समझ में नहीं आ रहा था कि सुधीर आखिर करना क्या चाह रहा है उसका प्लान क्या है ?
इधर विनोद ने फिर कहा साहब मुझे कम से कम सात लाख की जरूरत है तो सुधीर ने कहा शादी की तैयारी जारी रखो अभी तो मेरे और भी काम हैं और सब तुमको ही करने हैं।विनोद चुप हो गया। उसी रात सुधीर अपने खरीदे गए नए घर में गया और वहीं पर विनोद को भी बुलाया।विनोद पहुंच गया तो देखा कि सुधीर अपनी कलीग मीरा के साथ बैठकर दारू पी रहा है। विनोद यह सब देखकर हैरान हो गया।
सुधीर नशे में धुत होकर बोला, हैरान मत हो विनोद ये मीरा मेरी जिन्दगी है। मैं इससे बहुत बहुत प्यार करता हूँ लेकिन मेरे घरवालों ने मेरी शादी एक बेकार लडकी से कर दी जो सिर्फ और सिर्फ मां बाप की सेवा करना जानती है मेरी इच्छाओं की उसे परवाह ही नहीं है। मैं तो माडर्न लडकी चाहता था जो मेरे साथ पार्टियों में जाए,मेरे साथ ड्रिंक करे और ऐश वाली जिन्दगी जिए।मगर मेरी वाइफ एकदम गंवार है।एकदम गंवार है कुछ नहीं आता उसे।
विनोद तुम्हें मेरी वाइफ को रास्ते से हटाना होगा ताकि मैं मीरा के साथ शादी कर सकूं। विनोद ने कहा, साहब तो मैडम को मारने की क्या जरूरत है आप उनको डिवोर्स दे दीजिए न।सुधीर बोला, नहीं मेरे घरवाले ऐसा नहीं होने देंगे और फिर मेरे ऊपर केस कर देगी वो ,फिर मेरी और मीरा की शादी कभी नहीं हो पाएगी। तू कैसे भी करके प्लान बना लेकिन किसी को शक न होने पाए और सपना को मेरी जिन्दगी से बाहर निकाल।
विनोद ने न चाहते हुए भी सुधीर की बात मान ली और अब प्लान बनने लगा सपना को जान से मारने का। इधर पुलिस माधुरी के हत्यारों की तलाश में दिनरात एक कर रही थी लेकिन कहीं कुछ भी पता नहीं चल रहा था तभी खबर मिलती है कि गर्ल्स हास्टल से सपना नाम की लडकी लापता हैं। पुलिस वालों पर दबाव बढ गया क्योंकि अभी एक लडकी की गुत्थी सुलझी नहीं थी कि दूसरी लडकी भी गायब हो गई। तभी एक खबरी ने खुशखबरी दी कि माधुरी के हत्यारे एक लाज में छुपे हैं।
उसके बाद पुलिस बिना देर किए उस लाज में पहुंच गई और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जब पूछताछ में मार पडी तो सबने एक एक करके माधुरी का गैंगरेप और हत्या की बात कुबूल कर ली लेकिन इन लोगों ने सपना के मामले में मुंह नहीं खोला और कहते रहे कि सपना को वो जानते तक नहीं। माधुरी का केस तो बन्द हो गया लेकिन सपना का दहला देने वाला मामला अभी जारी था।
पुलिस ने सुधीर और उसके घरवालों को पूछताछ के लिए बुलाया क्योंकि सपना के गायब होने की रिपोर्ट सुधीर ने ही लिखवाई थी।पुलिस वालों ने तो पहले पारिवारिक स्थिति का जायजा लिया क्योंकि हो सकता है कि दहेज या घरेलू हिंसा का मामला हो लेकिन सब कुछ क्लीन था कहीं कोई ऐसी वजह नजर नहीं आई जो सपना के गायब होने के पीछे की कहानी बता सके। पुलिस हैरान थी कि आखिर सपना गई तो कहाँ गई।
अब पुलिस ने एक एक करके सबसे पूछताछ करनी शुरू कर दी क्योंकि अभी तक फिरौती का भी कोई काल नहीं आया था तो किडनैपिंग का मामला नजर नहीं आ रहा था और वैसे भी सपना को किडनैप करके किसी को क्या मिलता। पुलिस जब सुधीर के आफिस के लोगों से पूछताछ करनी शुरू की तभी एक अजीब घटना घटी। सुधीर के फोन पर मैसेज आया और वो भी सपना का। वो मैसेज पढकर तो पुलिस वाले भी दंग रह गए।
मैसेज में लिखा था कि सुधीर मुझे माफ कर दो मैं तुम्हें धोखा दे रही हूं मैं किसी और से प्यार करती हूं और उसके साथ ही हूँ और बहुत खूश हूँ तुम दूसरी शादी कर लो , और हाँ मुझे खोजने की कोशिश मत करना ,मम्मी पापा को भी समझा देना। पुलिस इसलिए हैरान थी कि जो लडकी अपने से बडे सुधीर को मां बाप के लिए अपना सकती है वो शादी के इतने दिन बाद परिवार की नाक कैसे काट सकती है।
पुलिस ने मैसेज की पडताल शुरू की तो पता चला कि मैसेज तो आगरा से ही भेजा गया है और सुधीर के आफिस के किसी कर्मचारी के फोन से । खोजबीन की गई तो मैसेज भेजने वाला कोई और नहीं विनोद था। विनोद को गिरफ्तार किया गया तो उसने सब कुछ सच सच उगल दिया। सुधीर गिरफ्तार कर लिया गया और जब मार पडी तो उसने सब कुछ सच सच कुबूल कर लिया।
उसने कबूल किया कि सपना अब इस दुनिया में नहीं है उसकी मौत हो चुकी है और सुधीर द्वारा खरीदे गए नए घर के पीछे उसे गाड दिया गया है। सुधीर ने बताया कि वह माधुरी वाले केस का फायदा उठाना चाहता था ताकि पुलिस को शक उन्हीं अपराधियों पर जाए जिन्होंने माधुरी की हत्या की थी। यह पूछने पर कि उसने मैसेज क्यों करवाया विनोद से जिसकी वजह से उसका राज खुल गया और वह पकडा गया।
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तो उसने बताया कि जब आफिस के लोगों से पूछताछ शुरू हुई तो वह घबरा गया था कि कहीं उसका और मीरा का अफेयर सामने न आ जाए इसलिए उसने विनोद को सपना का सिम दिया ताकि वह किसी दूसरे फोन में डालकर मैसेज कर दे लेकिन विनोद ने बहुत बडी गलती कर दी और अपनी पत्नी के फोन में ही सपना का सिम लगाकर मैसेज कर दिया। अब सबसे बडा सवाल था पुलिस का भी और सपना के मां बाप का, कि सपना को क्यों मारा ?
तो सुधीर ने बताया कि, वह अपनी शादी से खुश नहीं था उसे माडर्न लडकी चाहिए थी और सपना एक सीधी सादी लडकी थी। दूसरी बात उसका मीरा के साथ चक्कर चल रहा था जो उस पर शादी का दबाव बना रही थी। सुधीर ने बताया कि बचपन से उसने सिर्फ पढाई पर ध्यान दिया था इसलिए कभी खुल कर जिन्दगी नहीं जी पाया , उसका क्लब जाना,दारू पीना, पार्टीबाजी करने का शौक सिर्फ मीरा के साथ ही पूरा होता था।
सपना पहले दिन से ही संस्कारी लडकी वाला किरदार निभाने लगी थी इसलिए उसे लगता था कि सपना के साथ उसकी जिन्दगी बहुत बोरिंग हो गई है इसीलिए सपना को जान से मार दिया। फिलहाल सुधीर के ऊपर हत्या का मुकदमा चल रहा है और उम्मीद है कि उसे सिर्फ फांसी होगी।
यह कहानी हमें सिखाती है कि भले ही हम अपने बच्चों की अरेंज मैरिज करें लेकिन बच्चों की रजामंदी होना बहुत जरुरी होता है क्योंकि जरूरी नहीं है कि दोनों पारिवारिक दबाव में समझौता कर लें ।इस कहानी में भी सपना ने तो माँ बाप की इच्छा रखकर सुधीर से प्यार करना शुरू कर दिया था लेकिन सुधीर ने सपना को कभी कबूल किया ही नहीं। इसी का परिणाम यह हुआ कि सपना अब इस दुनिया में नहीं है।
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