आजादी के नाम पर लोग इतने आजाद हो रहे हैं
कि जहां पर देखो वहीं पर दंगे फसाद हो रहे हैं
अधिकार सबको याद है कर्तव्य किसी को नहीं
यही वजह है कि हालात बहुत खराब हो रहे हैं
आग लगाकर सारे जाहिल देखो दूर हो लिए हैं
और बेगुनाह लोग बेवजह बरबाद हो रहे हैं
ऐ ‘राज’ मेरे वतन को आखिर किसकी नजर लगी
जो मिल के रहने वाले इक दूजे के खिलाफ हो रहे हैं
आजादी के नाम पर लोग इतने आजाद हो रहे हैं
कि जहां पर देखो वहीं पर दंगे फसाद हो रहे