ये इश्क का दरिया है

जिसको दिल से चाहो वही हमारा नहीं होता
ये इश्क का दरिया है इसमें किनारा नहीं होता
दिल जीतने की खुशी उसे महसूस नही होती
दिल अपना जो किसी के इश्क में हारा नहीं होता
वक्त के साथ अक्सर भर जाता है हर जख्म
कौन कहता है दुनिया में इश्क दुबारा नहीं होता
ऐ ‘ राज ‘ उनसे कह दो चले आएं वो जल्दी
इक पल भी उनके बिन अब गुजारा नहीं होता
जिसको दिल से चाहो वही हमारा नहीं होता
ये इश्क का दरिया है इसमें किनारा नहीं होता

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