ना तो दिलों में दुश्मनी ना ही नफरत होनी चाहिए
दो दिन की जिन्दगी में बस मोहब्बत होनी चाहिए
प्यार देने वालों को बदले में वापस प्यार ही देना
दुनिया में यार अब इतनी तो शराफत होनी चाहिए
पल भर में ना तोडो रिश्ते आखिर रिश्तों के पास
गलतफहमी दूर हो इतनी तो मोहलत होनी चाहिए
सुनाई जाती हो ताउम्र जहाँ प्यार करने की सजा
ऐसी भी कोई कचहरी कोई अदालत होनी चाहिए
जीने के लिए बस सोने चाँदी काफी नहीं हैं “राज”
जीवन तिजोरी में प्रेम की भी दौलत होनी चाहिए
ना तो दिलों में दुश्मनी ना ही नफरत होनी चाहिए
दो दिन की जिन्दगी में बस मोहब्बत होनी चाहिए