तेरे बिना मैं जी सकूँ हूँ

मेरे लिए तुझे रब ने बनाया सारी दुनिया माने है
तेरे बिना अब मैं जी न सकूँ हूँ तू भी तो ये जाने है
दौलत अपने पास ही रखे दुनिया क्योंकि मेरे पास
तेरी मोहब्बत तेरी हँसी दो सबसे बडे खजाने हैं
यूँ तो बहुत हैं रिश्ते नाते इस दुनिया में कहने को
पर इनमें तू ही अपना है बाकी तो सब बेगाने हैं
तेरी आहट तेरी खुशबू कुछ ऐसे मुझमें समाई है
लाखों की भी भीड में मेरा दिल तुझको पहचाने है
इकइक करके कैसे कहें तुमसे अपना हाल-ए-दिल
आँख में पढ लो प्यार के जितने भी अफसाने हैं
मेरे लिए तुझे रब ने बनाया सारी दुनिया माने है
तेरे बिना अब मैं जी न सकूँ हूँ तू भी तो ये जाने है

0 thoughts on “तेरे बिना मैं जी सकूँ हूँ

  1. प्रेम का हाल लिख दिया … दिल का हाल लिख दिया … यही तो प्रेम है …

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