यशोदा तेरा कान्हा बडा नटखट
छेडे मोहे जब जब भी जाऊं पनघट
यशोदा तेरा कान्हा बडा नटखट
करने लगें बात़े जब सारी सखियां
आके छुपा दे वो चोरी से गगरिया
पूछूं जब तो कर दे मना झटपट
यशोदा तेरा कान्हा बडा नटखट
समझाए कितना भी पर ये न माने
जब जब भी नदी में लगें हम नहाने
आकर खडा होके देखे एकटक
यशोदा तेरा कान्हा बडा नटखट
अब तक चुराता था माखन कन्हैया
अब दिल भी चुराने लगा है ये मइया
बडा प्यारा लगे है जब बोले पटपट
यशोदा तेरा कान्हा बडा नटखट
यशोदा तेरा कान्हा बडा नटखट
छेडे मोहे जब जब भी जाऊं पनघट
यशोदा तेरा कान्हा बडा नटखट