तुम्हारे वास्ते

तुम्हारे वास्ते हमदम मैं हर हद से गुजर जाऊँ
तुम्हीं से जिन्दा हूँ अबतक अगर कह दो तो मर जाऊँ
चाहे कुछ भी कहे दुनिया चाहे कितने भी ताने दे
किसी की भी नहीं परवाह अगर तू पास आने दे
तू राहें खोल आंखों की जरा दिल में उतर जाऊं
तुम्हीं से जिन्दा हूं…..
तुम्हारी खातिर मैं हर इक बला से खेल जाऊंगा
कोई मुश्किल कोई भी ग़म हो मैं सब झेल जाऊंगा
मैं वो इंसान नहीं हूँ जो कि वादे से मुकर जाऊँ
तुम्हीं से जिन्दा हूँ……
महकना है तेरी साँसों में ख्वाबों में भी रहना है
लहू बनकर तेरा मुझको तेरी रग रग बहना है
मेरी ख्वाहिश है तुम देखो जिधर मैं ही नजर आऊँ
तुम्हीं से जिन्दा हूँ…..
तुम्हारे वास्ते हमदम मैं हर हद से गुजर जाऊँ
तुम्ही से जिन्दा हूँ अबतक अगर कह दो तो मर जाऊँ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *