टूटकर यूँ ही बिखरना चाहता हूँ ऐ यार फिर से इश्क करना चाहता हूँ जिस गली से गुजरा था पिछली दफा मैं वहीं से फिर गुजरना चाहता हूँ उस बार डूब ही गया था डूबकर मैं इस बार डूबकर उभरना चाहता हूँ इक बार होती है मोहब्बत जिन्दगी में ये बात साबित झूठ करना चाहता … Continue reading इश्क करना चाहता हूँ
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मोहब्बत ही इबादत है
जैसै चर्च में यीशु हैं और मन्दिर में ईश्वर होता है दिल ना तोडो यारों किसी का दिल भी खुदा का घर होता है पाक है दिल का कोना कोना रब का इसमें है जगना सोना दिल से नाजुक चीज न कोई समझो ना तुम इसको खिलौना इश्क बिना कोई कृष्ण बना ना इश्क बिना कोई … Continue reading मोहब्बत ही इबादत है