टूटकर यूँ ही बिखरना चाहता हूँ
ऐ यार फिर से इश्क करना चाहता हूँ
जिस गली से गुजरा था पिछली दफा
मैं वहीं से फिर गुजरना चाहता हूँ
उस बार डूब ही गया था डूबकर मैं
इस बार डूबकर उभरना चाहता हूँ
इक बार होती है मोहब्बत जिन्दगी में
ये बात साबित झूठ करना चाहता हूँ
गम में अब तक कट रही थी जिन्दगी
अब खुशी से ‘राज’ मरना चाहता हूँ
टूटकर यूँ ही बिखरना चाहता हूँ
ऐ यार फिर से इश्क करना चाहता हूँ