ख्वाबों में चले आना

पलकों के घर में छुप के
दोनों प्यार करेंगे
तुम ख्वाबों में चले आना
हम इन्तजार करेंगे
न चाँद को देखेंगे
न देखेंगे सितारे
हम रात भर इक दूजे का
दीदार करेंगे
बातें अपने दिल की
तुम हमसे बताना
हम तुमसे अपनी जिन्दगी
इजहार करेंगे
आँखों में मेरी देख
हो जाना तुम बेताब
हम तुमको देख खुद को
बेकरार करेंगे
है इश्क अगर आग का
दरिया तो क्या हुआ
तुम साथ दो हम हँस के
इसे पार करेंगे
पलकों के घर में छुप के
दोनों प्यार करेंगे
तुम ख्वाबों में चले आना
हम इन्तजार करेंगे