रूठने की वजह बताओ ऐ हुजूर क्या है
चाहने के शिवा तुमको मेरा कसूर क्या है
नहीं है मुझको तजुर्बा अगर तो क्या जानू
शऊर क्या है मोहब्बत में बेशऊर क्या है
जब से जाना है बस तुम्हीं को जाना मैनें
मैं नहीं जानता परी क्या है और हूर क्या है
जब से देखा है मैनें गौर से आँखों में तेरी
खुदा कसम समझ में आ गया सुरूर क्या है
हमने तो कर दिया ऐ ‘राज’ हक अपना अदा
अब खुदा जाने यार खुदा को मंजूर क्या है
रूठने की वजह बताओ ऐ हुजूर क्या है
चाहने के शिवा तुमको मेरा कसूर क्या है