कभी तू मेरी मोहब्बत पे ऐतबार तो कर
मैं वार दूंगा तुझपे जिन्दगी तू प्यार तो कर
मेरी बेताबी का आलम तू समझ जाएगा
कभी मेरी तरह तू खुद को बेकरार तो कर
प्यार हो जाएगा तुझको तेरे ही चेहरे से
रूबरू आइने के बैठ अपना दीदार तो कर
उम्र भर के लिए हम कैदी बनना चाहते हैं
इश्क के जुर्म में तू हमको गिरफ्तार तो कर
प्यार की बातें करेंगे बैठकर साहिल पर
फिलहाल डूबती कश्ती प्यार की पार तो कर
कभी तू मेरी मोहब्बत पे ऐतबार तो कर
मैं वार दूंगा तुझपे जिन्दगी तू प्यार तो कर