माँ कुष्मांडा की कहानी

ऐसा माना जाता है कि जब सृष्टि में कुछ भी नहीं था चारों तरफ घोर अंधेरा छाया हुआ था। न कहीं जीवन था और न ही जीवन का कोई आधार और न ही कोई ध्वनि। तब त्रिदेवों अर्थात ब्रह्मा विष्णु और महेश ने विचार किया कि क्यों न एक सुन्दर ब्रह्मांड का निर्माण किया जाए … Continue reading माँ कुष्मांडा की कहानी

तू पार कर देना

मइया मेरे ऊपर भी इक उपकार कर देना जब कभी भँवर में अटकूँ तो तू पार कर देना  रक्षक है तू दुनिया भर की जानता हूँ मैं अपनी कृपा तू मुझपे भी इक बार कर देना  देना हमें आशीष कि आगे बढें हम भी सुख शान्ति के सपनों को साकार कर देना  जब हारने लगे … Continue reading तू पार कर देना