इस इश्क में हमें क्या क्या मिला याद रखेंगे मेरे दिल में कितना जख्म खिला याद रखेंगे खा खा के चोट तेरे झूठ और फरेब की किस तरह बिखरा दिल का किला याद रखेंगे याद रखेंगे सितमगर तेरा हर इक सितम हमने जो किया शिकवा गिला याद रखेंगे हम खुद को भूल भी गए तो कोई … Continue reading हम याद रखेंगे
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याद रखो कल याद करोगे
गर आज हमें बरबाद करोगे याद रखो कल याद करोगे दुनिया की तरह तुम देखना कदर मेरी मेरे बाद करोगे याद रखो कल याद करोगे बात मेरी आएगी जुबां पर जब भी इश्क की बात करोगे याद रखो कल याद करोगे रुसवा तुम भी उतना होगे जितना हमें नाशाद करोगे याद रखो कल याद करोगे … Continue reading याद रखो कल याद करोगे
तेरी हर याद मेरे दिल में सलामत होगी
तेरी हर याद मेरे दिल में सलामत होगी तब तक जब तक कि न कयामत होगी मैं जूझता रहूँगा किस्मत से तेरी खातिर कभी तो मुझपे किस्मत की इनायत होगी दिल लगाया था तभी सोच लिया था मैनें इक न इक रोज जमाने से बगावत होगी पूजता होगा जमाना रब को मगर मेरे लिए तेरी … Continue reading तेरी हर याद मेरे दिल में सलामत होगी
जब तेरी याद आती है
जब तेरी याद आती है तो कुछ याद नही रहता न दुनिया न तो जमाना न कहीं आना न कहीं जाना ऐसा लगता है कि मेरा मुझमें कुछ है ही नही जो कुछ भी है सब तेरी अमानत है मेरी जिन्दगी मेरी साँसें सब तेरा मुझपे की गई कोई इनायत है प्यार में तेरे बस … Continue reading जब तेरी याद आती है
तुम्हारी याद आने से
तुम्हारे बिन मेरा हर पल महीने के बराबर है तेरे बिन अब मेरा जीना न जीने के बराबर है. * हमारी जान जाती है तुम्हारी याद आने से अश्क आ जाते हैं आँखों मे अब तो मुस्कुराने से तुम्हें ही जब नहीं कोई फिकर मेरी मोहब्बत की तो शिकवा क्या करें हम भी भला जालिम … Continue reading तुम्हारी याद आने से