इस तरह रस्म-ए-उलफत अदा करते हैं बेवफाओं से भी हम वफा करते हैं उनकी मर्जी वो भूलें तो भूलें हमें हम उन्हें याद शामो सुबह करते हैं इस तरह रस्म-ए-उलफत अदा करते हैं और होंगे वो जिनको सताते हैं गम हम तो गम में भी यारों मज़ा करते हैं इस तरह रस्म-ए-उलफत अदा करते हैं … Continue reading इस तरह रस्म-ए-उलफत अदा करते हैं