काश ऐसे इश्क उनकी आँखों में उतर आए जब जब वो आईना देखें हम ही नजर आए चेहरा देखकर हमारा वो मुस्कुराने लगे मुस्कुरा के जुल्फें गालों से हटाने लगे हटा के जुल्फें हाथ रखके अपने गालों पे गौर फरमाने लगें वो मेरे सवालों पे जवाब न मिले कोई और खडे हो जाएं खडे होकर … Continue reading काश ऐसे इश्क उनकी आँखों में उतर आए
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कजरारे नयनों से
कजरारे नयनों से यूँ इशारा न करो तीर नजर से खींच खींच के मारा न करो अरमान मेरे भडकाने को दिल पे बिजली गिराने को ऐसे अदाओं से जुल्फों को सँवारा न करो तीर नजर से खींच खींच के मारा न करो ख्वाबों में तडपाते हो वादा करके न आते हो दिल पे सितम इतना … Continue reading कजरारे नयनों से
तेरी दो निगाहें
तेरी ये दो निगाहें क्या कमाल करती हैं इक बार में मुझसे सौ सवाल करती हैं जालिम उठ के कभी तो कभी झुककर रोज दिल के शहर में ये बवाल करती हैं तिरछी होकर कभी तो जान लेती हैं ये कभी शर्म-ओ- हया से निहाल करती हैं अब कोई जिए तो जिए कोई मरे तो … Continue reading तेरी दो निगाहें
तेरी आँखों में
सुना है तेरी आँखों में बसते हैं समन्दर डूब गया वो जिस जिस ने देखा इनके अन्दर सर से लेकर पांव तलक सुन्दर ही सुन्दर है तेरी हर एक झलक लगती है जन्नत का मंजर वैसे तो तेरी नजरें मासूम बहुत लगती हैं पर तिरछी होकर देखें तो लगें कोई कातिल खंजर जब से मिला … Continue reading तेरी आँखों में