उलझ के तेरे घने घने इन लम्बे बालो में दिल मेरा डूब जाता है नैनों के प्यालों में जब तू हँसती है मुझे देखकर रास्तों में मैं खो सा जाता हूँ अक्सर तेरे खयालों में ## दिन रात तुम्हें देखूँ ये आँखों की … Continue reading मैं शायर तो नहीं
उलझ के तेरे घने घने इन लम्बे बालो में दिल मेरा डूब जाता है नैनों के प्यालों में जब तू हँसती है मुझे देखकर रास्तों में मैं खो सा जाता हूँ अक्सर तेरे खयालों में ## दिन रात तुम्हें देखूँ ये आँखों की … Continue reading मैं शायर तो नहीं