दर्द-ए-दिल

दिल कहता है कि और उसे याद न कर उससे मिलने के लिए फरियाद न कर वो किसी और का हो चुका है कल से उसके लिए तू अपने आपको बरबाद न कर                           ## बनके चिंगारी सुबह शाम जलाता रहा हमें करकर के झूठे वादे … Continue reading दर्द-ए-दिल