ऐसा माना जाता है कि जब सृष्टि में कुछ भी नहीं था चारों तरफ घोर अंधेरा छाया हुआ था। न कहीं जीवन था और न ही जीवन का कोई आधार और न ही कोई ध्वनि। तब त्रिदेवों अर्थात ब्रह्मा विष्णु और महेश ने विचार किया कि क्यों न एक सुन्दर ब्रह्मांड का निर्माण किया जाए … Continue reading माँ कुष्मांडा की कहानी