रात बिताने को तो हजारों पाओगे पर जिन्दगी भर जो साथ निभाए, कहाँ से लाओगे आज जवानी है होठों पे कहानी है जब ये जवानी ढलेगी तो दिल की किसे सुनाओगे कभी तो आओगे किनारे पर तुम भी आखिर सागर में कश्ती ऐसे कब तक भरमाओगे दौलत की खातिर ठुकराना मोहब्बत को इस आदत की … Continue reading लौट के आ जाओ
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तू कभी प्यार तो कर
कभी तू मेरी मोहब्बत पे ऐतबार तो कर मैं वार दूंगा तुझपे जिन्दगी तू प्यार तो कर मेरी बेताबी का आलम तू समझ जाएगा कभी मेरी तरह तू खुद को बेकरार तो कर प्यार हो जाएगा तुझको तेरे ही चेहरे से रूबरू आइने के बैठ अपना दीदार तो कर उम्र भर के लिए हम कैदी … Continue reading तू कभी प्यार तो कर
गम़-ए-मोहब्बत
मेरी आखिरी साँसों का सहारा था वो मैँ डूबती हुयी कश्ती था किनारा था वो कैसे नही करता भरोसा आखिर उसपे बेगाने शहर मे बस एक हमारा था वो ### उसे ना आना था फिर भी इन्तजार किया हमने भरोसा तोडने वाले पे ऐतबार किया हमने हमेँ मालूम था अन्जामे वफा यारों फिर भी उस … Continue reading गम़-ए-मोहब्बत