दिल की आरजू है एक दिन तेरा होऊँ भूल कर ये दुनिया तेरी बाहों मैं सोऊँ अपने आप में तू मुझको ऐसे समा ले जब जब तू हँसे हँसू तेरे रोने से रोऊँ सारा सारा दिन तेरे खयालों में रहूँ मैं सारी सारी रात तेरे सपने सजोऊँँ खो जाए मेरा सब कुछ मंजूर है मुझे … Continue reading दिल की आरजू
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तुम्हें पा के रहेंगे
तुम्हारा सपना आँखों में सजा के रहेंगे तुमको अपनी दुल्हन हम बना के रहेंगे हम और हमारा दिल दोनों तुमसे प्यार करते हैं हर पल हर घडी बस तुम्हारा इन्तजार करते हैं आजकल दिल ही है जो हमारी बात मानता है हमारी ख्धाहिशों को अच्छी तरह पहचानता है इसलिए ऐ जान-ए-मन हम अपने दिल को … Continue reading तुम्हें पा के रहेंगे
मेरी चाहत मेरी आरजू
मैं कुछ इस तरह से तेरे खयालों में खोना चाहता हूँ मन के धागों में तेरे नाम के मोती पिरोना चाहता हूँ मुझे चाहत नहीं है किसी अमृत किसी सागर किसी बरसात की मैं तेरे लबों से अपने लबों को भिगोना चाहता हूँ अब इन्तजार नहीं है मुझको किसी भी काली रात का क्योंकि मैं … Continue reading मेरी चाहत मेरी आरजू