समझदार सास

"और बताओ बेटी तुम्हारे घर पर सब ठीक ठाक हैं कि नहीं , तुम्हारे सास ससुर तुम्हें कुछ कहते तो नहीं ?" सरला ने अपनी बेटी रूबी से पूछा। रूबी ने जवाब दिया , " हाँ माँ सब कुछ ठीक है मेरे घर पर, मेरे सास ससुर तो मुझे बहुत मानते हैं माँ मेरे बिना … Continue reading समझदार सास

माँ के बराबर कोई नहीं

एक विधवा औरत अपने 17 साल के बच्चे के साथ एक शहर में रहती थी। उस विधवा औरत की एक आँख नहीं थी जिसकी वजह से उसका चेहरा खराब लगता था। उसके बच्चे को उसकी माँ का चेहरा तब तक खराब नहीं लगता था जब तक उसे इस दुनिया और दुनिया वालों की बातों से … Continue reading माँ के बराबर कोई नहीं

अरेंज मैरिज शादी

सुधीर ने सपना की हत्या करने के लिए विनोद का सहारा लिया, चूंकि विनोद को पैसों की सख्त आवश्यकता थी इसलिए वह मना नहीं कर सका और इस घिनौने प्लान का हिस्सा बन गया।फिर क्या था अब प्लान बनने लगा कि सपना को आगरा कैसे बुलाया जाए।सुधीर ने सपना को फोन लगाया और बोला, सपना … Continue reading अरेंज मैरिज शादी

सच्ची मोहब्बत : सूरत या सीरत

जैसे ही फोन बजा साहिबा ने तुरंत फोन उठा लिया मानो वह फोन पर ही नजरें गडाए बैठी थी कि कब रोहन का फोन आए। फोन उठाते ही खुशी के मारे बौखलायी साहिबा ने जैसे ही बोला हैलो... उधर से आवाज आयी , साहिबा मैं तुमसे शादी नहीं कर सकता। साहिबा को तो जैसे करेंट … Continue reading सच्ची मोहब्बत : सूरत या सीरत

सबक

सीमा, एक बहुत ही सीधे स्वाभाव की लडकी थी जिसका काम था घर से स्कूल और स्कूल से सीधे घर। न किसी से कोई शरारत और न ही कोई बुरा शौक। वह इतनी सीधी थी कि कालेज के सब स्टूडेंट्स उसे सीधी वाली बहनजी कहकर चिढाया करते और कोई अगर कुछ बुरा बोल भी देता … Continue reading सबक