हमने जब भी उन्हें भूलना चाहा

हमने जब भी उन्हें भूलना चाहा वो
सामने याद बनकर खडे हो गए
कल तो देखा उन्हें जब हरे सूट में
जख्म दिल के सभी फिर हरे हो गए
उसका चेहरा भी न याद आए मुझे
इसकी खातिर किए
दिल ने लाखों जतन
पर निगाहों ने जब देखी उसकी हँसी
फेल दिल के हर इक पैंतरे हो गए
क्या गजब तोडा है उसने मेरा भरम
सबसे अच्छे थे कल
जिनकी नजरों में हम
मिल गया आज उनको कोई और तो
दुनिया में हम ही सबसे बुरे हो गए
हाँ करें चाहे वो चाहे तो ना करें
हमने सोचा वो कुछ
फैसला तो करें
फैसले न हुए उनकी चाहत में पर
फैसलों के लिए फासले हो गए
हमने जब भी उन्हें भूलना चाहा वो
सामने याद बनकर खडे हो गए
कल तो देखा उन्हें जब हरे सूट में
जख्म दिल के सभी फिर हरे हो गए

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