हँस हँस के मुस्कुराहट के फूल फेंका न करो तुम
देखो पर इतने प्यार से हमको देखा न करो तुम
रहता नहीं है काबू मेरे तन पे मन पे यार
जब जब छलकता है तेरी आंखों से खुमार
पायल तेरी छनक के परेशान करती है
दिल पे सितम ये चूडिय़ां नादान करती हैं
जुल्फें तेरी नागिन सी डस जाती हैं अक्सर
मस्तानी चाल बिजलियाँ गिराती है हम पर
इस कातिलाना रात में
रिमझिम रिमझिम बरसात में
बस इतनी सी गुजारिश है
सरकार मेरी ख्वाहिश है
बहकाने वाली बात से,
इस हुस्न वाली आग से
दिल फूँक कर मेरा आँचल यूँ सेंका न करो तुम
हँस हँस के मुस्कुराहट के फूल फेंका न करो तुम
देखो पर इतने प्यार से हमको देखा न करो तुम