कजरारे नयनों से

कजरारे नयनों से यूँ इशारा न करो
तीर नजर से खींच खींच के मारा न करो
अरमान मेरे भडकाने को
दिल पे बिजली गिराने को
ऐसे अदाओं से जुल्फों को सँवारा न करो
तीर नजर से खींच खींच के मारा न करो
ख्वाबों में तडपाते हो
वादा करके न आते हो
दिल पे सितम इतना भी जाने बहारा न करो
तीर नजर से खींच खींच के मारा न करो
नहीं जरूरी कि चेहरे के
जैसा सुन्दर दिल भी हो
ऐ ‘राज’ हर एक हसीं पे यूं दिल हारा न करो
तीर नजर से खींच खींच के मारा न करो
कजरारे नयनों से यूँ इशारा न करो
तीर नजर से खींच खींच के मारा न करो

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