तुम्हारा सपना आँखों में सजा के रहेंगे
तुमको अपनी दुल्हन हम बना के रहेंगे
हम और हमारा दिल
दोनों तुमसे प्यार करते हैं
हर पल हर घडी बस
तुम्हारा इन्तजार करते हैं
आजकल दिल ही है
जो हमारी बात मानता है
हमारी ख्धाहिशों को
अच्छी तरह पहचानता है
इसलिए ऐ जान-ए-मन
हम अपने दिल को कभी निराश नहीं करते
खुद उदास हो जाते हैं इसे उदास नहीं करते
अगर इसकी आरजू है तुमको पाने की
तो एक न एक दिन तुमको पा के रहेंगे
तुम्हारा सपना आँखों में सजा के रहेंगे
तुमको अपनी दुल्हन हम बना के रहेंगे