जब तेरी याद आती है
तो कुछ याद नही रहता
न दुनिया न तो जमाना
न कहीं आना
न कहीं जाना
ऐसा लगता है कि मेरा
मुझमें कुछ है ही नही
जो कुछ भी है सब
तेरी अमानत है
मेरी जिन्दगी मेरी साँसें
सब तेरा मुझपे की गई
कोई इनायत है
प्यार में तेरे बस
हद से गुजरना चाहता हूँ
हर पल तुझे महसूस करना चाहता हूँ
ख्वाहिश है कि जिन्दगी
गुजरे तेरे साथ में
सोचता रहता हूँ दिन भर यही
और रात में
आजकल आँखों में
तेरे ख्वाबों के शिवा कोई
ख्वाब नहीं रहता
जाने क्यों
जब तेरी याद आती है
तो कुछ याद नही रहता