जख्म देकर मुझे यूँ मुस्कुराना छोड दे तू
देख, मेरी मोहब्बत को आजमाना छोड दे तू
प्यार है तुझे या नहीं कह दे एक बार
रोज रोज करना यूँ अब बहाना छोड दे तू
नाजुक है दिल का आशियाना इसपे इसलिए
सज सँवर के बिजलियाँ गिराना छोड दे तू
इक बार में खंजर उठा और मार दे मुझे
रह रह के तीर नजर का चलाना छोड दे दू
जख्म देकर मुझे यूँ मुस्कुराना छोड दे तू
देख, मेरी मोहब्बत को आजमाना छोड दे तू